Thursday, October 29, 2009

बेटी का ब्‍याह - आभा

पिता को चिंता रहती थी
बेटी के ब्‍याह की
मां हौसला बनाये रखती थी
सब ठीक हो जाएगा
करनेवाला भगवान है
मां को पिता से ज्‍यादा
भगवान पर भरोसा था
मां उनके घावों को
आंसुओं से धोती रही
शायद यही पिता का
सबसे बडा दुख था