Thursday, December 10, 2009

सौंदर्य

खुद को
अंधेरे में रखकर भी
क्‍या देखा जा सकता है
सौंदर्य
उजाले का...

3 comments:

अनिल कान्त said...

नहीं

Arshia Ali said...

बहुत ही गम्भर सवाल।
ये तो व्यक्ति के सौंदर्यबोध पर निर्भर करता है।
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शानदार रही लखनऊ की ब्लॉगर्स मीट
नारी मुक्ति, अंध विश्वास, धर्म और विज्ञान।

Unknown said...

khud ko andhere me rakh kar hi dekha ja sakta hai...

achhi kavita !